प्रदेश भर में कई सड़क दुर्घटना के मामले सामने आते है, इसी को लेकर उत्तराखंड पुलिस द्वारा लगातार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने लिए सुरक्षा अभियान चलाए जा रहे है।
साथ ही लगातार पुलिस रैलियां भी निकालती है और राज्य में रहने वाले लोगों से भी अपील करती है कि कृपया यातायात के नियमों का सुचारू रूप से पालन करें ताकि सड़क दुर्घटनाएं न हों और आप जुर्माना देने से भी बच सकें।
तो वहीं राजधानी देहरादून में कई ऐसे इलाके है जहां नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए लोग बेपरवाह होकर बिना हेल्मेट के दुपहिया वाहनों में सड़कों पर घूम रहे है। न इन्हें यातायात के नियमों की परवाह है न अपनी जान की कीमत। यहां तक कि कुछ लोग यह भी नहीं सोचते कि इनकी लापरवाही के कारण कई बार नुक्सान दूसरे का हो सकता है।
वहीं उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए है कि उत्तराखंड में दुपहिया वाहन में डबल हेलमेट अनिवार्य होगा लेकिन यहां डबल तो दूर की बात लोगों ने हेलमेट ही नहीं पहने है।
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बता दें देहरादून के डोईवाला चौक में लोग बेखौफ होकर बिना हेलमेट के दुपहिया वाहन चला रहे हैं। यही हाल देहरादून के अन्य स्थानों का भी है जहां जनता यातायात के नियमों का मजाक उड़ाते हुए दिखाई देती है। यह सरासर सड़क दुर्घटनाओं को न्योता देने जैसा हो गया है। पुलिस द्वारा लगातार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रयास किए जा रहे है परन्तु जनता जागरूक के बावजूद नियमों को ठेंगा दिखाते हुए कानून का उल्लंघन करती नजर आ रही है।
जब तक जनता स्वयंम जागरूक नहीं होगी तब तक पुलिस के द्वारा तथा प्रशाशन के सारे निर्देश ओर प्रयास विफल ही रहेंगे। ऐसे में लापरवाही के साथ साथ वाहन चलाने वाले चालक अपने साथ साथ दूसरे के लिए भी मुसीबत बन सकते है।
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ऐसे में अब चाहिए कि पुलिस इन नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और जनता को भी अपने कर्तव्यों को समझने की आवश्यकता है।

