उत्तराखंड की सरकार मेडिकल छात्रों के साथ गजब का खेला खेल रही है। सरकारी मेडिकल कॉलेज को प्राइवेट कर रही।
सरकारी जमीन पर सरकारी पैसे से राजकीय जगजीतपुर मेडिकल कॉलेज बना। एडमिशन भी हो गया पर अब इसे प्राइवेट किया जा रहा है। डेढ़ हज़ार करोड़ खर्च करके यह कॉलेज प्राइवेट कंपनी को सौंप दिया जाएगा। एडमिशन हुआ सरकारी कॉलेज में, मार्कशीट मिलेगी प्राइवेट की। छात्रों ने इसका जमकर विरोध शुरू कर दिया है। हालांकि मेडिकल एजुकेशन की और से आश्वस्त किया गया है। इसका असर छात्रों पर नहीं पड़ेगा।
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निदेशक, चिकित्सा शिक्षा, डॉ आशुतोष सयाना, ने बताया है कि हरिद्वार स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज के संचालन को पीपीपी मोड पर दिए जाने से अध्ययनरत छात्रों की फीस नहीं बढ़ेगी, साथ ही छात्रों को अन्य सभी सुविधाएं सरकारी भी मेडिकल कॉलेज के समान ही मिलती रहेंगी।
वहीं एक छात्रा का कहना है की पूरे साल मेहनत करते है ताकि सरकारी कॉलेज में सिट मिले और सरकारी डॉक्टर बने, पर हमारी थोड़ी भी इज्जत नही है। हमे बीना बताये कॉलेज को प्राइवेट किया जा रहा है, हम ये नही सहेंगे ।

