बद्रीनाथ राजमार्ग पर लामबगड़ नाले का पानी डायवर्ट किया जा रहा है। हाईवे खुलने में लगभग 2 घंटे का समय लग सकता है। हाईवे खुलने में एक से दो घंटे का समय लग सकता। उसके बाद ही यात्रियों को आगे भेजा जाएगा।

प्रदेश के कई पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण भूस्खलन, सड़क अवरुद्ध, नदियों का जल स्थर बढ़ने जैसी बहुत परेशानियां आ रही है। इसके चले सभी को अत्यंत सतर्कता एवं सावधानी बरतनी होगी। वहीँ मौसम विभाग में राज्य के पर्वतीय इलाकों में तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार देहरादून समेत चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, चम्पावत और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों मे तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

चमोली: बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर लामबगड़ नाला आया उफान पर है, और बाधित सड़क मार्ग को खोलने का कार्य जारी है। सुरक्षा की लिहाज से बदरीनाथ जाने वाले वाहनों को पांडुकेश्वर में ही हाईवे खुलने तक रोका गया है। उपजिलाधिकारी चंद्रशेखर वशिष्ठ ने बताया कि हाईवे खुलने में एक से दो घंटे का समय लग सकता। उसके बाद ही यात्रियों को आगे भेजा जाएगा।
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर बस और कार की टक्कर, तीन लोग घायल
वहीँ रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने केदारनाथ यात्रा पर आ रहे समस्त श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए अत्यंत सतर्कता एवं सावधानी के साथ यात्रा करें। उन्होंने कहा कि पर्वतीय मार्गों पर फिसलन, भूस्खलन और पत्थर गिरने की संभावनाएं बनी रहती हैं, अतः सभी यात्री प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय–समय पर जारी की जा रही एडवाइजरी का पालन करें।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से सभी यात्रियों से अपील की कि वे अपने वाहनों की गति धीमी रखें और किसी भी स्थिति में लापरवाही न बरतें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी वाहन चालकों को पर्याप्त विश्राम के उपरांत ही यात्रा आगे बढ़ानी चाहिए, जिससे दुर्घटनाओं की संभावनाएं न्यूनतम की जा सकें।
उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए है कि संवेदनशील स्थलों पर क्रश बैरियर्स, चेतावनी बोर्ड, पैराफिट्स, बैरिकेडिंग एवं सुरक्षा कर्मियों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो।
