उत्तराखंड में पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस साल लोकसभा चुनाव में लगभग 7.71 फीसदी कम मतदान हुआ है। प्रदेश में 53.77 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

बता दें कि उत्तराखंड लोकसभा चुनाव की मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो गई है। इस लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में करीब 53.77 फीसदी मतदान हुआ है। साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदेश की पांचो सीटों पर 61.48 फीसदी मतदान हुआ था। पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस साल लोकसभा चुनाव में लगभग 7.71 फीसदी कम मतदान हुआ है। जिसके कई कारण हो सकते हैं।
मैदान के मुकाबले वोटिंग में पिछड़ा पहाड़
लोकसभा चुनाव 2024 के मतदान मामले में राज्य के पर्वतीय लोकसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत कम रहा। इसकी तुलना में मैदानी सीटों पर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का ज्यादा प्रयोग किया।
मतदान प्रतिशत को 75 फीसदी तक पहुंचाने का लक्ष्य
उत्तराखंड को पांचों लोकसभा सीटों में सबसे अधिक मतदान नैनीताल, उधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर हुआ है। यहां 59.39 फीसदी मतदान हुआ। इसके बाद हरिद्वार लोकसभा सीट पर 59.12 फीसदी, टिहरी लोकसभा सीट पर 51.28 फीसदी, गढ़वाल लोकसभा सीट पर 48.81 फीसदी, और प्रदेश में सबसे कम मतदान अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर हुआ है। अल्मोड़ा में 45.17 फीसदी ही मतदान हुआ है। इस बार निर्वाचन आयोग ने मतदान प्रतिशत को 75 फीसदी तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा था। परंतु यह लक्ष्य 2024 में पूरा नही हुआ।
उम्मीदवारों की बड़ी परेशानियां
सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के प्रचार और जागरूकता की कई कोशिशों के बावजूद उत्तराखंड के मतदाताओं ने अपनी मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। जिस कारण राजनीतिक दलों को उम्मीदवारों की चिंताएं बढ़ती दिखाई दे रही है।
