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एक तरफ लहरा रहा तिरंगा तो दूसरी तरफ तिरंगे में लिपटा बेटा, शाहिद दीपक सिंह को अंतिम विदाई

जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर डोडा, जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन दीपक सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी।।

वैसे तो पूरा देश आज खुशी से ध्वजारोहण कर और दीप जला कर स्वतंत्रता दिवस मना रहा था। परंतु स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले ही उस घर में शौक की लहर दौड़ी जिस घर का दीपक बूझकर गया। वही रक्षाबंधन से पहले बहनों ने अपने भाई को रोते रोते गर्व के साथ श्रद्धांजलि दी।

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दीपक सिंह डोडा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए थे। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले जम्मू कश्मीर के डोडा जिले के जंगलों में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में बलिदान हो गए थे। जिनका पार्थिव शरीर सेना के विशेष विमान से जम्मू से दोपहर करीब एक बजे देहरादून एयरपोर्ट पर लाया गया।

शहीद कैप्टन दीपक सिंह के पिता महेश सिंह ने कहा कि मुझे पुत्र की शहादत पर गर्व है। देश के लिए उसने अपना बलिदान दिया है। महेश सिंह उत्तराखंड पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने कल से एक आंसू नहीं निकाला था, न निकालूंगा। मैं दुखी नहीं हूं। मरना तो एक दिन सबको है। उसने अपने देश के लिए प्राण दिए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर जम्मू कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन दीपक सिंह को श्रद्धांजलि दी।

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