पहाड़ी इलाकों में इन दिनों भारी बारिश का कहर दिख रहा है। जगह जगह भूस्खलन और नदिया उफान पर है। जिस कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और कई जगह जन हानि भी हो रही हैं।

उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का मतदान 24 जुलाई और 28 जुलाई को होना है। ऐसे में बरसात के दौरान आज कल सड़क मार्गों के बंद होने से पैदल मार्गों के क्षतिग्रस्त होने के साथ चमोली जिले के डुमक गांव जा रहे निर्वाचन कर्मचारियों के दल को भी नदी नालों में खतरों को पार करते हुए सात किमी पैदल दूरी तय कर पोलिंग स्टेशन तक जाने में पसीना बहाना पड़ा, हालांकि पोलिंग पार्टी सुरक्षित डुमक गांव पहुंच चुकी है। खास बात तो यह है कि इससे पूर्व में हुए चुनावों में पोलिंग पार्टियों को डुमक गांव तक पहुंचने के लिए दो दिन लगते थे, लेकिन इस बार एक दिन में ही पोलिंग पार्टी सुरक्षित डुमक गांव पहुंच गई है।

वहीं मौसम विभाग के पूर्वानुमान को गंभीरता से लेते हुए टिहरी जिले के सभी शासकीय और अशासकीय विद्यालयों (कक्षा 1 से 12 तक) तथा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में मंगलवार, 23 जुलाई को एक दिवसीय अवकाश घोषित कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने यह कदम बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है।
साथ ही प्रदेश में बारिश के कारण 93 सड़कें बाधित हुई हैं।प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार बंद सड़कों को खोलने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए जुटी हुई हैं। राज्य सरकार ने आम जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें।

