हिमाचल प्रदेश को लगातार तीन साल हो गए आपदा का दंश झेलते हुए। इस बार भी भारी बारिश अपने राज्य के कई गांव बर्बाद कर दिए और कई लोग बेघर भी हुए हैं। मानो प्रकृति जैसे कोई हिसाब किताब बराबर कर रही हो।

कुल्लू जिले में भारी बारिश से मणिकर्ण घाटी के बलाधी गांव के लिए एकमात्र पैदल पुल मलाणा खड्ड में बह गया और ग्रामीणों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। वहीं राज्य में भूस्खलन से दो एनएच सहित 317 सड़कें बाधित हैं। लाहौल स्पीति में भी भारी बारिश से भूस्खलन के कारण मनाली-लेह मार्ग पर भारी मलवा आया है।

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साथ ही मौसम विभाग ने पांच अगस्त तक कुछ भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों से अपील की है कि वे पहाड़ी इलाकों और नदी-नालों के आसपास जाने से बचें। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक और बारिश की संभावना जताई है, जिससे सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

