रुद्रप्रयाग- अगस्त्यमुनि, देवनगर में कांवड़ियों द्वारा बच्चों और महिलाओं के साथ मारपीट की घटना सामने आई है। यह पहली घटना नहीं है ऐसी घटनाएं आए दिन देखने को मिल रही है। कावड़ यात्रा के दौरान कावड़ियों द्वारा कई जगहों पर उत्पात मचाया जा रहा है।

वहीं रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि-देवनगर में एक छोटे बच्चे को बचाने के लिए साइड मांग रहे एक छात्र को दिल्ली से आ रहे कांवड़ियों ने मिलकर पीट दिया और कपड़े भी फाड़ डाले। कांवड़ियों द्वारा अचानक हुए हमले से सभी हैरान हो गए। वहां पास खड़े एक दुकानदार दंपति ने किसी तरह बीच बचाव कर छात्र को बचाया। खबर मिलने पर स्थानीय युवाओं ने उपद्रवी को पड़कर उनसे माफी मंगवाई। कावड़ियों के नाम ऐलिस, गौरव, अनुराग अजीत हैं, जो सभी कुसुमपुरा बंसत विहार, नई दिल्ली के रहने वाले हैं। वहीं बेडूबगड़ में भी एक नेपाली महिला को टक्कर मारकर कांवड़िए भाग गए। स्थानीय लोगों ने महिला को सुरक्षित तरीके से अस्पताल पहुंचाया।

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दरअसल, यह घटना पहले नहीं है कई जगह से ऐसी घटनाएं सामने आ रही है, जीसमें कांवड़ियों द्वारा उत्पात,देंगे, हुड़दंग मचाने मामले देखने को मिल रहे हैं। कांवड़ यात्रा एक पवित्र परंपरा है, लेकिन अगर इसमें कानून, शालीनता और स्थानीय संस्कृति का ध्यान न रखा जाए तो यह यात्रा श्रद्धा नहीं, आतंक का रूप ले सकती है। पुलिस प्रशासन कावड़ यात्रा को नियंत्रित तरीके से चलने के लिए पूरी सावधानी बरत रही है। परंतु इन घटनाओं को देखकर क्या लगता है की सुरक्षा करने वाली पुलिस सुरक्षित है।
