आज चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ जी के कपाट पूर्ण विधि विधान से शीतकाल हेतु बंद हो गए हैं। लगभग शाम 5:00 बजे भगवान रुद्रनाथ जी की विग्रह डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल गोपेश्वर पहुंच गई।
चमोली में स्थित चतुर्थ केदार और एकानन स्वरूप”श्री रुद्रनाथ धाम के “कपाट पूर्ण विधि विधान से शीतकाल हेतु बंद हो गए हैं। अब भगवान रुद्रनाथ की शीतकालीन पूजा गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर में संपन्न होगी। करीब 11,808 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर में पहुंचने के लिए कई बुग्याल पार कर 19 किलोमीटर की चढ़ाई करनी पड़ती है।
अब अगले 07 माह भगवान रूद्र की यहीं पर विधिवत पूजा की जाएगी। चतुर्थ केदार और एकानन स्वरूप”श्री रुद्रनाथ धाम के “कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद।
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कपाट बंद होने से पूर्व राजा सगर की आराध्य देवी मां चंडिका ने अपने नेम निशान सहित देवरा बारीदारों के साथ श्री रुद्रनाथ भगवान के मंदिर में देव भेंट की जिसके बाद मां चंडिका देवी की देवरा यात्रा भी रुद्रनाथ जी के कपाट बंद होने पर चल विग्रह डोली के साथ लौट आई।