जयकारों और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गये है। भगवान विष्णु को समर्पित श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। इसी के साथ, इस वर्ष की श्री बद्रीनाथ धाम की यात्रा का विधिवत शुभारम्भ हो गया।

आज सुबहे 06 बजे वैदिक रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ जगतपालक भगवान श्री हरि बद्री विशाल के कपाट आस्थावानों के लिए खोल दिए गएँ है। लाखों तीर्थयात्रीयों का अब इंतज़ार अब खत्म हो गया है।
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‘भू-बैकुंठ धाम’ के नाम से विख्यात यह पवित्र स्थल रंग-बिरंगी पुष्पमालाओं और फूलों से भव्य रूप से सज गया है, जिससे संपूर्ण वातावरण अत्यंत मनमोहक और आध्यात्मिक हो गया है। सुबह मंगल ध्वनि, शंखनाद और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ‘जय बद्री विशाल’ के जयकारे संपूर्ण बद्रीनाथ घाटी में गूंजें।

शुभ मुहूर्त पर तीर्थ पुरोहितों द्वारा पूर्ण विधि विधान और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की गई। भारी सुरक्षा बल की उपस्थिति और ढोल-नगाड़ों व आर्मी बैंड की मधुर धुन के बीच, हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने ‘जय बद्री विशाल’ और ‘बद्रीनाथ भगवान की जय’ के जयकारे लगाए, जिससे पूरा बद्रीनाथ धाम परिसर भक्तिमय हो उठा। देश-विदेश से आए सहस्त्रों श्रद्धालु इस अलौकिक और पावन कपाटोद्घाटन बेला के साक्षी बने।
