जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकियों द्वारा किए गए कायराना हमले में वीर सपूत देवभूमि के 5 सपूत मातृभूमि की रक्षा करते हुए आज शहीद हो गए। परिजन सदमे में है तो वहीं बलिदानियों के घर -गांव में मातम पसर गया है।
बता दें कि कठुआ के बिलावर उपजिले में बदनोता के बरनूड इलाके में जेंडा नाले के पास सेना के एक वाहन पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला कर दिया। आतंकी हमले में पांच जवान बलिदान हो गए वहीं कुछ अन्य बुरी तरह से घायल हो गए। हाई अलर्ट और हमले के इनपुट के बीच जम्मू-कश्मीर में एक माह में सबसे बड़ा आतंकी हमला अंजाम दिया गया।
हिजबुल मुजाहिदीन के दुर्दांत आतंकी बुरहान वानी की बरसी पर सुरक्षाबलों पर हमले के इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को पिछले कुछ दिनों से लगातार मिल रहे थे। ऐसे में कठुआ जिले में भी हाई अलर्ट था। बाकायदा सभी एजेंसियों को एहतियात बरतने के निर्देश थे।
देवभूमि के पांच वीर जवान शहीद
कठुआ में आतंकी हमले में टिहरी जिले के जांबाज आदर्श नेगी शहीद हुए हैं। आदर्श नेगी राइफलमैन के पद पर तैनात थे। 26 वर्षीय आदर्श टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर गांव के रहने वाले थे।
आतंकी हमले में रुद्रप्रयाग जिले के कांडाखाल निवासी नायब सूबेदार आनंद सिंह रावत शहीद हुए हैं। आनंद सिंह रावत की उम्र 41 साल थी। वो सेना में नायब सुबेदार के पद पर थे।
पौड़ी जिले के हवलदार कमल सिंह भी कठुआ आतंकी हमले में शहीद हुए हैं। हवलदार कमल सिंह लैंसडाउन तहसील के पापरी गांव के निवासी थे।
टिहरी गढ़वाल जिले के नायक विनोद सिंह भी कठुआ आतंकी हमले में शहीद हुए हैं। विनोद सिंह जाखणीधार तालुक के चौंद जसपुर गांव के रहने वाले थे।
आतंकी हमले में देवभूमि के वीर सपूत ग्राम धामधार, पौड़ी गढ़वाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी शहीद हुए। अनुज नेगी रिखणीखाल तालुक के डोबरिया गांव के निवासी थे।
सीएम धामी ने शाहिद जवानों के प्रति जतया दुख
कठुआ, जम्मू कश्मीर में हुए कायराना आतंकी हमले के दौरान उत्तराखण्ड के पांच वीर-जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। यह हम सभी प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत पीड़ा का क्षण है क्योंकि हमने भाई और बेटा भी खोया है। हमारे रणबाँकुरों ने उत्तराखण्ड की समृद्ध सैन्य परंपरा का पालन करते हुए माँ भारती के चरणों में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
माँ भारती की रक्षा करते हुए आतंकवाद के विरुद्ध आपका यह सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस कायरतापूर्ण हमले के दोषी, मानवता के दुश्मन आतंकवादी किसी भी क़ीमत पर बख्शे नहीं जाएँगे और इनको पनाह देने वाले लोगों को भी इसके परिणाम भुगतने होंगे।
सैन्यभूमि उत्तराखण्ड वीर सैनिकों को जन्म देने वाली भूमि है। यहां के जवानों ने सदैव माँ भारती की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देकर अपने राष्ट्रधर्म का निर्वहन किया है।